रामप्रवेश सिंह वही वकील थे, जिन्होंने 19 साल की ऋचा भारती के उस मामले की पैरवी की थी, जिसमें कोर्ट द्वारा उन्हें (ऋचा भारती) सोशल मीडिया पर साम्प्रदायिक पोस्ट की सज़ा के रूप में क़ुरान बाँटने का आदेश दिया गया था।#CCTV में कैद हत्यारा#Ranchi #crimenewshttps://t.co/gaVeXRhP4a

— ऑपइंडिया (@OpIndia_in) December 12, 2019