जब आतंक का मजहब नहीं तो फिर मुरादाबाद के मुसलमानों के दुष्कृत्यों को लताड़ने वाले लोगों को लिब्रांडू समूह 'इस्लाम' की निंदा के रूप में क्यों देखता है? pic.twitter.com/netdvhW3Mf— Ajeet Bharti (@ajeetbharti) April 17, 2020
जब आतंक का मजहब नहीं तो फिर मुरादाबाद के मुसलमानों के दुष्कृत्यों को लताड़ने वाले लोगों को लिब्रांडू समूह 'इस्लाम' की निंदा के रूप में क्यों देखता है? pic.twitter.com/netdvhW3Mf