भारत का इतिहास गवाह है कि जब भी क़िले फ़तह हुए, दरवाज़े अन्दर से खोले गए। कुछ नहीं बदला। आज भी दरवाज़े अन्दर से खोले जा रहे हैं।

— Major Gaurav Arya (Retd) (@majorgauravarya) February 25, 2020