अगर आतंकवाद की परिभाषा यही है जो कमल हसन और असदुद्दीन ओवैसी दे रहे हैं, तो भारत का पहला आतंकवादी नाथूराम गोडसे नहीं, अब्दुल रशीद था. जिसने 23 दिसम्बर 1926 को स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती की हत्या कर दी थी, ठीक वैसे ही जैसे गोडसे ने गांधी जी की.

— रोहित सरदाना (@sardanarohit) May 15, 2019